आजकल भाषा रूपांतरण का काम बहुत कुछ यांत्रिक ढंग से भी होने लगा है। विदेशी भाषा के जानकार सरकारी विभागों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में अनुवादक की भूमिका भी निभाते हैं। संसद जैसी कई संवैधानिक संस्थाओं में इंटरप्रेटर और ट्रांसलेटर को प्रथम श्रेणी के अधिकारी का दर्जा प्राप्त है। अगर आप अनुवादक बनना चाहते हैं, तो विदेशी भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी और हिंदी पर भी आपकी अच्छी पकड़ होनी चाहिए। जिस विदेशी भाषा को सीख रहे हैं, उसके व्याकरण, वाक्य संरचना और उससे जुड़ी संस्कृति व इतिहास की भी जानकारी रखनी होगी। विदेशी भाषाओं के जानकारों के लिए सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में जॉब्स की तमाम संभावनाएं हैं। दूतावास, सरकारी विभाग, टूरिज्म इंडस्ट्री, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर, मनोरंजन उद्योग, जनसंपर्क, विज्ञापन, प्रकाशन उद्योग, एविएशन सेक्टर, एफएमसीजी उद्योग, शैक्षणिक संस्थान आदि वे स्थान हैं जहां पर विदेशी भाषाओं के जानकारों को अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं। आप I.B, S.SC, RBI, Deutsche Bank , Professor, Translator etc.
कितना पा सकते है वेतन?
ट्रांसलेटर या इंटरप्रेटर को सरकारी विभागों और निजी कंपनियों में काफी अच्छा वेतन मिलता है। एक अनुवादक को शुरुआत में 20 से 30 हजार रुपए की सैलरी आसानी से मिल जाती है। इसी तरह, इंटरप्रेटर को 40 से 50 हजार रुपए प्रति माह का वेतन पाते हैं। विदेशी कंपनियों के साथ इस तरह के काम के लिए लोगों को प्रति माह लाखों रुपए तक मिलते हैं। फ्रीलांसिंग के जरिए तमाम अनुवादक घर बैठे अच्छी कमाई कर रहे हैं। होटल और टूरिज्म इंडस्ट्री में बतौर गाइड लोग एक दिन में हजारों रुपए कमा लेते हैं। वहीं, स्कूल- कॉलेजों में विदेशी भाषा के शिक्षकों को अच्छा वेतन मिलता है।
क्या आप बारहवी पास है ?
कई संस्थान फॉरेन लैंग्वेज में पीएचडी, डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स ऑफर कर रहे हैं। 12वीं पास युवा इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। अलग-अलग कोर्स में प्रवेश के लिए अलग-अलग क्राइटीरिया हैं। कुछ संस्थान प्रवेश परीक्षा के आधार पर कोर्स में प्रवेश देते हैं। ध्यान रहे, फॉरेन लैंग्वेज सीखने के लिए अच्छी अंग्रेजी होना बहुत जरूरी नहीं है। बस, किसी भी एक भाषा पर अच्छी पकड़ होना जरूरी है।
फ्रांस की भाषा बोलने वाले अपने पूरे कॅरियर के दौरान 77,000 डॉलर अतिरिक्त कमा सकते हैं। दुनिया भर में 20 करोड़ से ज्यादा लोग यह भाषा बोलते हैं। दुनिया के 40 से ज्यादा देशों में आप फ्रेंच बोल-सुन सकते हैं। जी 8 मुल्कों की भाषा है और संयुक्त राष्ट्र में इसे आधिकारिक दर्जा हासिल है।
जर्मन
इस भाषा को बोलने वाले अपने पूरे कॅरियर के दौरान 1,28,000 डॉलर अतिरिक्त कमा सकते हैं। जर्मनी के अलावा स्विट्जरलैंड में भी ये भाषा काफी प्रचलित है और ये दोनों देश यूरोप में कारोबार का केंद्र माने जाते हैं। ऐसे में ये भाषा बिजनेस के लिहाज से अहम है।
स्पेनिश
अगर किसी भाषा को वाकई वैश्विक भाषा का दर्जा मिल सकता है तो वो स्पेनिश है। दुनियाभर में इस भाषा से जुड़े रोजगार के अवसर मिल सकते हैं।
अमेरिका में बड़ी संख्या में ऐसे लोग रहते हैं, जो स्पेनिश बोलते हैं। इसके अलावा मुसाफिरों की तादाद भी काफी है। इसे सीखना तुलनात्मक रूप से आसान है। स्पेन के अलावा ये भाषा दक्षिण अमेरिका के कई देशों और मेक्सिकों में भी बोली जाती है।
अरबी:
30 करोड़ लोग यही भाषा बोलते हैं। दुबई और आबु धाबी जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्रों की भाषा है। अरब जगत की संयुक्त जीडीपी करीब 60 अरब डॉलर है। ऐसे में यह भाषा कई रोजगार दिला सकती है। पश्चिम एशिया और अफ्रीका के कई मुल्कों में ये भाषा इस्तेमाल होती है।
पुर्तगाली:
दुनियाभर में 20 करोड़ से ज्यादा लोग पुर्तगाली बोलते हैं। ये गलतफहमी मत रखिएगा कि महज पुर्तगाल में ये बोली जाती है। पुर्तगाल, ब्राजील, अंगोला, पूर्वी तिमोर, मकाऊ, स्पेन, फ्रांस और लग्जमबर्ग के कई हिस्से हैं, जहां ये भाषा उपयोग की जाती है।
मेंडरिन
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन की भाषा क्यों जरूरी है, ये समझाने की जरूरत नहीं रह जाती। भारत के साथ चीन का कारोबार लगातार बढ़ रहा है और आगे भी ऐसी ही संभावनाएं हैं। ऐसे में मेंडरीन सीखना ऊंचे वेतन वाली नौकरी दिला सकता है। चीन में 1.4 अरब लोग यही भाषा बोलते हैं। इसके अलावा हांगकांग, मकाऊ और ताईवान में मंेडरिन बोली जाती है।
जापानी:
जापानी भाषा बोलने वालों की तादाद 10 करोड़ से ज्यादा हैं। अंग्रेजी में कई ऐसे लफ्ज हैं, जो इसी भाषा में पहुंचे हैं। अगर एशिया के रोबोटिक केंंद्र में जगह बनानी है तो जापानी सीखना अनिवार्य समझ लीजिए।
आजकल भाषा रूपांतरण का काम बहुत कुछ यांत्रिक ढंग से भी होने लगा है। विदेशी भाषा के जानकार सरकारी विभागों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में अनुवादक की भूमिका भी निभाते हैं। संसद जैसी कई संवैधानिक संस्थाओं में इंटरप्रेटर और ट्रांसलेटर को प्रथम श्रेणी के अधिकारी का दर्जा प्राप्त है। अगर आप अनुवादक बनना चाहते हैं, तो विदेशी भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी और हिंदी पर भी आपकी अच्छी पकड़ होनी चाहिए। जिस विदेशी भाषा को सीख रहे हैं, उसके व्याकरण, वाक्य संरचना और उससे जुड़ी संस्कृति व इतिहास की भी जानकारी रखनी होगी। विदेशी भाषाओं के जानकारों के लिए सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में जॉब्स की तमाम संभावनाएं हैं। दूतावास, सरकारी विभाग, टूरिज्म इंडस्ट्री, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर, मनोरंजन उद्योग, जनसंपर्क, विज्ञापन, प्रकाशन उद्योग, एविएशन सेक्टर, एफएमसीजी उद्योग, शैक्षणिक संस्थान आदि वे स्थान हैं जहां पर विदेशी भाषाओं के जानकारों को अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं। आप I.B, S.SC, RBI, Deutsche Bank , Professor, Translator etc.
कितना पा सकते है वेतन?
ट्रांसलेटर या इंटरप्रेटर को सरकारी विभागों और निजी कंपनियों में काफी अच्छा वेतन मिलता है। एक अनुवादक को शुरुआत में 20 से 30 हजार रुपए की सैलरी आसानी से मिल जाती है। इसी तरह, इंटरप्रेटर को 40 से 50 हजार रुपए प्रति माह का वेतन पाते हैं। विदेशी कंपनियों के साथ इस तरह के काम के लिए लोगों को प्रति माह लाखों रुपए तक मिलते हैं। फ्रीलांसिंग के जरिए तमाम अनुवादक घर बैठे अच्छी कमाई कर रहे हैं। होटल और टूरिज्म इंडस्ट्री में बतौर गाइड लोग एक दिन में हजारों रुपए कमा लेते हैं। वहीं, स्कूल- कॉलेजों में विदेशी भाषा के शिक्षकों को अच्छा वेतन मिलता है।
क्या आप बारहवी पास है ?
कई संस्थान फॉरेन लैंग्वेज में पीएचडी, डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स ऑफर कर रहे हैं। 12वीं पास युवा इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। अलग-अलग कोर्स में प्रवेश के लिए अलग-अलग क्राइटीरिया हैं। कुछ संस्थान प्रवेश परीक्षा के आधार पर कोर्स में प्रवेश देते हैं। ध्यान रहे, फॉरेन लैंग्वेज सीखने के लिए अच्छी अंग्रेजी होना बहुत जरूरी नहीं है। बस, किसी भी एक भाषा पर अच्छी पकड़ होना जरूरी है।
फ्रांस की भाषा बोलने वाले अपने पूरे कॅरियर के दौरान 77,000 डॉलर अतिरिक्त कमा सकते हैं। दुनिया भर में 20 करोड़ से ज्यादा लोग यह भाषा बोलते हैं। दुनिया के 40 से ज्यादा देशों में आप फ्रेंच बोल-सुन सकते हैं। जी 8 मुल्कों की भाषा है और संयुक्त राष्ट्र में इसे आधिकारिक दर्जा हासिल है।
जर्मन
इस भाषा को बोलने वाले अपने पूरे कॅरियर के दौरान 1,28,000 डॉलर अतिरिक्त कमा सकते हैं। जर्मनी के अलावा स्विट्जरलैंड में भी ये भाषा काफी प्रचलित है और ये दोनों देश यूरोप में कारोबार का केंद्र माने जाते हैं। ऐसे में ये भाषा बिजनेस के लिहाज से अहम है।
स्पेनिश
अगर किसी भाषा को वाकई वैश्विक भाषा का दर्जा मिल सकता है तो वो स्पेनिश है। दुनियाभर में इस भाषा से जुड़े रोजगार के अवसर मिल सकते हैं।
अमेरिका में बड़ी संख्या में ऐसे लोग रहते हैं, जो स्पेनिश बोलते हैं। इसके अलावा मुसाफिरों की तादाद भी काफी है। इसे सीखना तुलनात्मक रूप से आसान है। स्पेन के अलावा ये भाषा दक्षिण अमेरिका के कई देशों और मेक्सिकों में भी बोली जाती है।
अरबी:
30 करोड़ लोग यही भाषा बोलते हैं। दुबई और आबु धाबी जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्रों की भाषा है। अरब जगत की संयुक्त जीडीपी करीब 60 अरब डॉलर है। ऐसे में यह भाषा कई रोजगार दिला सकती है। पश्चिम एशिया और अफ्रीका के कई मुल्कों में ये भाषा इस्तेमाल होती है।
पुर्तगाली:
दुनियाभर में 20 करोड़ से ज्यादा लोग पुर्तगाली बोलते हैं। ये गलतफहमी मत रखिएगा कि महज पुर्तगाल में ये बोली जाती है। पुर्तगाल, ब्राजील, अंगोला, पूर्वी तिमोर, मकाऊ, स्पेन, फ्रांस और लग्जमबर्ग के कई हिस्से हैं, जहां ये भाषा उपयोग की जाती है।
मेंडरिन
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन की भाषा क्यों जरूरी है, ये समझाने की जरूरत नहीं रह जाती। भारत के साथ चीन का कारोबार लगातार बढ़ रहा है और आगे भी ऐसी ही संभावनाएं हैं। ऐसे में मेंडरीन सीखना ऊंचे वेतन वाली नौकरी दिला सकता है। चीन में 1.4 अरब लोग यही भाषा बोलते हैं। इसके अलावा हांगकांग, मकाऊ और ताईवान में मंेडरिन बोली जाती है।
जापानी:
जापानी भाषा बोलने वालों की तादाद 10 करोड़ से ज्यादा हैं। अंग्रेजी में कई ऐसे लफ्ज हैं, जो इसी भाषा में पहुंचे हैं। अगर एशिया के रोबोटिक केंंद्र में जगह बनानी है तो जापानी सीखना अनिवार्य समझ लीजिए।
No comments:
Post a Comment